मक्का का बेहतर उत्पादन देने वाली खाद

 मक्का  की फसल में जिंक का उपयोग कब  और  क्यों  करना चाहिए 

मक्के  की फसल  एक एसी  फसल है जो साल भर की जाती है किसान रबी सीजन खरीब सीजन और जायद में भी इसकी खेती कर सकते है और मक्का की फसल बीते सालो से काफी  अच्छा मुनाफा दे रही है लेकिन अच्छे मुनाफे के लिए फसल का अच्छा उत्पादन लेना भी जरुरी होता है मक्के की फसल में सम्पूर्ण खाद की मात्रा कब और कौन सी देनी चाहिए यही हम जानेगे 







मक्का की फसल में डाली जाने वाली सम्पूर्ण खाद 


मक्के की बेहतर फसल लेने के लिए शुरुवाती दौर से ही खाद की उचित मात्र का प्रयोग करना चाहिए जैसे फसल लगाने से पहले बेसल डोस में सिंगल सुपर फॉस्फेट चार से पांच बेग प्रति एकड़ की दर से डालना चाहिए 
साथ जिंक 30 प्रतिसत  खाद का उपयोग भी 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से डालना चाहिए  इसके बाद खाद को अच्छे से मिटटी में मिलाकर मक्के की बुवाई कर देना चाहिए  मक्के की बुवाई के 20 से 25 दिन के बाद  डी ए पी 50 kg यूरिया 40 kg साथ ही ह्युमिक एसिड खाद 4 kg प्रति एकड़ की दर से डालना चाहिए 


मक्के की फसल में खाद की सम्पूर्ण जानकारी विडियो के माध्यम से भी देख सकते है 


मक्के में अंतिम खाद क्या देना चाहिए 

मक्का की फसल में अंतिम खाद बहुत ही जरुरी होती है जब मक्के की फसल में फुल और फल निकल आते है तब मक्के की फसल में अंतिम खाद डाली जाती है अंतिम खाद में  एन पीके  12 32 16  खाद 50 kg प्रति एकड़ की दर से डालना चाहिए साथ में केल्शियम नाईट्रेड  खाद का उपयोग 15 kg प्रति एकड़ की दर से करना चाहिए 



Post a Comment

और नया पुराने