इस विधि से लगाने पर निकलेगा का सोयाबीन का बंपर उत्पादन
साल दर साल कृषि क्षेत्र में नये नये बदलाव होते आ रहे है वही फसलो की नई नई किस्मे विकसित की जा रही है पहले के मुकाबले आज किसान नये बीजो का चयन कर वैज्ञानिक विधि से फसलो की बुवाई कर अधिक लाभ ले रहे है| खरीब के ईस मौसम में अगर आप सोयाबीन की खेती करने की सोच रहे है तो आपको इन नयी किस्मो का चुनाव करना चाहिए
1 . K .D .S . 726 फुले संगम
2 . आर वी एस ऍम की 11 -35
3 . ब्लैक बोल्ड सोयाबीन
ये तीनो किस्मे आज के समय में संबसे अधिक उत्पादन देने वाली किस्मे है इन सोयाबीन के बीज की मात्रा भी बहुत ही कम लगती है प्रति एकड़ के हिसाब से मात्र 25 किलिग्राम बीज की ही जरुरत होती है इन किस्मो को मध्यप्रदेश,महारास्ट्र ,में सबसे अधिक लगाया जाता है वही धिरे धीरे इन राज्यों के किसान भाई भी इन किस्मो की बुवाई कर रहे है ये सारी किस्म लगभग 90 से लेकर 110 दिन के भीतर पक कर तैयार हो जाती है वही अगर बात करे प्रति एकड़ उत्पादन की तो 12 से लेकर 18 क्विंटल तक आसानी से निकल आती है हलाकि इन किस्मो को थोडा जल्दी लगाया जाता है और बारिश न होने पर सिचाई जी जरुरत भी होती है
लगाने की वैज्ञानिक विधि
अगर सोयाबीन का अधिक उत्पादन लेना है तो अच्छी किस्म के साथ ही लगाने या बुवाई तरीका भी बदलना होगा
इन किस्मो को पर्याप्त दुरी के अनुसार लगाना होता है जैसे सबसे पहले खली खेत में एसएसपी का छिडकाव कर रेजर बेड तैयार कर लेना चाहिए बेड से बेड की दुरी लगभग दो फीट की होनी चाहिए और हर बेड पर 12 इंच की दुरी पर दो दो बीज लगाने चाहिए यानि पौधे से पौधे की दुरी करीब 8 इंच और लाइन से लाइन की दुरी 12 इंच की रखना चाहिए
बुवाई के लिए कुछ जरुरी सावधानी
जब भी सोयाबीन की बुवाई करे तो बुवाई से पहले ही बीज को अंकुरित करके देख ले
वही बीज को हमेसा उपचारित करके ही बुवाई करना चाहिए जिसके लिए मेन्कोजेब कार्बेन्डाजिम ,या थायरम का उपयोग करना चाहिए
एक टिप्पणी भेजें